Shabd jo kabhi sunai na diye

आँखों की नमी को ख़ुशी के आंसू बताना , कहना सब कुछ ठीक है फिर थोडा मुस्कुराना , भले दिल में हो दर्द पर हमदर्द बन जाना , देखा, कितना आसान है किसी भी गम को छुपाना ||

Saturday, March 3, 2012

बेहाल

क्या कहे किस्मत मेरी क्या कर रही कमाल है ।

अब वे नहीं रखते खबर जिनके लिए बेहाल हैं ।।