Shabd jo kabhi sunai na diye

आँखों की नमी को ख़ुशी के आंसू बताना , कहना सब कुछ ठीक है फिर थोडा मुस्कुराना , भले दिल में हो दर्द पर हमदर्द बन जाना , देखा, कितना आसान है किसी भी गम को छुपाना ||

Monday, February 21, 2011

Virodh

सूरज सी रोशनी 
में
निराशाओं का अँधेरा,
व 
अमावस से अंधकार 
में
आशाओं की किरण ,
स्पष्ट दिखाई देती है  |
क्योंकि
आशाओं की किरण 
विलुप्त हो जाती है,
सूरज सी रोशनी में ,
और
निराशाओं का अँधेरा ,
खो जाता है
गहरे अंधकार में |
विरोध में ही वास्तु
का अस्तित्व दिखाई देता है |
अतः
चारों अपना अस्तित्व दिखाता,
दिखाई दे रहा है
विरोध!!!!....   

No comments: