लोग कहते हैं कि
सूर्य के प्रकाश में
गवां बैठता है ,
अपना अस्तित्व,
एक दीपक ...
पर नहीं ...
एक गुणवान व्यक्ति
भुला देता है
अपने आपको ,
अन्य गुणी व्यक्ति को देखकर
अविरोध ......
क्योंकि वे सज्जन हैं,
और नहीं है उनमे परस्पर
विरोध ......
अतः
दीपक
अस्तित्व नहीं खोता है
वरन
अधिक गुणी को देख
गदगद
हो जाता है
और
उसी के प्यार में
सदा के लिए
खो जाता है
No comments:
Post a Comment