Mere Mann Ki Baat
मेरी कविता ही मेरे मन का प्रतिबिम्ब है, कोशिश रहेगी की यह मेरी पहचान बन सके
Pages
Home
कवितायेँ
गद्य काव्य
शायरी
धार्मिक कवितायेँ
कलाकारी
अवलोकन
संपर्क
Shabd jo kabhi sunai na diye
आँखों की नमी को ख़ुशी के आंसू बताना ,
कहना सब कुछ ठीक है फिर थोडा मुस्कुराना ,
भले दिल में हो दर्द पर हमदर्द बन जाना ,
देखा,
कितना आसान है किसी भी गम को छुपाना
|
|
Saturday, February 18, 2012
चाहत
जो मिले चलकर सतत वह मील का पत्थर रहे |
मैं चाहता हूँ जिंदगी भर रास्ते न हों खतम ||
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment