दो
विरोधाभासी
भी
एक हो जाते है ,
मौत के भय से |
अनिश्चित
और
सुनिश्चित
की तरह |
जैसे दोनों दिखाई देते है ,
एक साथ
मौत में |
क्योंकि
मौत
अनिश्चित है
जाने कब आ पाए ,
साथ ही
दुनिया में
मौत से ज्यादा
सुनिश्चित
और कुछ भी तो नहीं |||
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